
"राष्ट्र, धर्म और संस्कृति के लिए समर्पित एक सजग आवाज़ हूँ
जो संघर्ष को साधना और सेवा को धर्म मानता है।
About Vikram Goswami
विक्रम गोस्वामी | आध्यात्मिक विचारक | राष्ट्रवादी वक्ता | लेखक
राष्ट्रीय प्रवक्ता - विश्व हिंदू महासंघ
दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष - सनातन हिन्दू युवा वाहिनी
विक्रम गोस्वामी का जन्म भारत की राजधानी दिल्ली में एक साधारण हिंदू परिवार में हुआ। प्रारंभिक जीवन से ही वे संघर्ष, आत्मनिर्भरता और अनुशासन के मूल्यों से जुड़े रहे। स्नातक (Bachelor of Arts) की शिक्षा ने उनके चिंतन और व्यक्तित्व को नई दिशा प्रदान की।
खेल और व्यक्तित्व विकास
विक्रम गोस्वामी को मुक्केबाज़ी (Boxing) से विशेष लगाव रहा है। वर्षों तक इस खेल में सक्रिय रहकर उन्होंने सीखा कि ताकत से अधिक ज़रूरी है – धैर्य, मनोबल और अनुशासन।
आज वे युवाओं को नशे, दिशाहीनता और हिंसा से दूर रखने के लिए खेलों में भागीदारी हेतु प्रेरित करते हैं।।
धर्म, राष्ट्र और विचारधारा
विक्रम गोस्वामी केवल एक विचारक नहीं, बल्कि एक कर्मयोगी हैं जिन्होंने धर्म, संस्कृति और राष्ट्र की रक्षा हेतु कई साहसी और जनजागरूक अभियानों का नेतृत्व किया है।
प्रमुख कार्यक्रम और गतिविधियाँ
राम नवमी यात्रा – दिल्लीसनातन हिन्दू युवा वाहिनी, दिल्ली प्रदेश के तत्वावधान में विक्रम गोस्वामी द्वारा आयोजित भव्य राम नवमी यात्रा धर्म, सदाचार और सांस्कृतिक एकता का प्रतीक बनी। इस यात्रा में युवाओं, महिलाओं और वरिष्ठ नागरिकों ने भाग लेकर सांस्कृतिक जागृति की लहर जगाई।
हनुमान चालीसा प्रतियोगिता (बच्चों के लिए)
धार्मिक शिक्षा और आत्मबल बढ़ाने हेतु बच्चों के बीच हनुमान चालीसा पाठ प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। यह पहल बच्चों को धर्म से जोड़ने और माता-पिता को संस्कारयुक्त वातावरण देने के लिए प्रेरक सिद्ध हुई।
ईश्वर की मूर्तियों का अपमान रोकने का अभियान
दिल्ली-एनसीआर के कई औद्योगिक क्षेत्रों में सार्वजनिक स्थानों पर केवल पेशाब रोकने के लिए भगवान की मूर्तियाँ लगाई जाती थीं। विक्रम गोस्वामी ने इसे धार्मिक अपमान माना और इसके विरुद्ध एक सघन अभियान चलाया: फैक्ट्री मालिकों को समझाया कि धार्मिक प्रतीकों का प्रयोग सम्मान और श्रद्धा के लिए होना चाहिए। कई स्थानों से भगवान की मूर्तियाँ सम्मानपूर्वक हटाई गईं और धार्मिक चेतना का संचार हुआ।
युवाओं में सांस्कृतिक चेतना और राष्ट्रभक्ति
विक्रम गोस्वामी युवाओं को केवल भाषणों से नहीं, कर्मयोग आधारित कार्यक्रमों से प्रेरित करते हैं। उनका मानना है कि यदि भारत को पुनः विश्वगुरु बनाना है, तो संस्कृति, परिवार और धर्म को पुनः जीवन का केंद्र बनाना होगा।
लेखन कार्य
विक्रम गोस्वामी का लेखन सनातन संस्कृति की रक्षा, युवाओं का मार्गदर्शन, और भारत के गौरवशाली अतीत के पुनरुत्थान को समर्पित है।- "महाभारत मेरी दृष्टि से" – एक प्रेरणादायक और शोधपरक पुस्तक
- प्रस्तावित पुस्तक – आदि शंकराचार्य के जीवन व कार्यों पर आधारित
- आगामी पुस्तक – दशनाम संप्रदाय और गोस्वामी समाज के गुमनाम नायकों पर केंद्रित
डिजिटल संवाद
विक्रम गोस्वामी अपने यूट्यूब चैनल – [Bharat Ek Khoj Bharat] के माध्यम से जनता की आवाज़ बनकर संवाद करते हैं। वे धर्माचार्यों, संतों, विचारकों और समाजसेवियों से सार्थक विमर्श के माध्यम से समाज को जोड़ने और जगाने का कार्य कर रहे हैं।